देश क्रांति चाहता है,क्रांति बम पिस्तौल व तोपों का धर्म नहीं बल्कि क्रांति का मतलब किसी व्यबस्था में अचानक परिबर्तन से है
१५ अगस्त १९४७ को ट्रांसफर ऑफ़ पॉवर एंड प्रापर्टी था इस देश के नव जवानों
को अपनी देश निति स्वयं निर्धारण करना चाहिए. जो अभी तक नहीं की गयी