भारत के नवजवानो आप का देश पाँच प्रकार कि अराजकता का सिकार है
1 विधायिका की अराजकता अंग्रेजो के द्वारा बनाये गये कानूनो कि समीक्छा कर भारत के विकास के लिए नए कानूनो का निर्माण न करने से एक अरब बीस करोड़ लोगो का विकास रुका हुआ है ! आप को 540 कर्मचारी चुन कर संसद में भेजना है !
2 कार्यपालिका कि अराजकता पूरी व्यबस्था जाती धर्म संप्रदाय के आधार पर संचालित है योगयता कोई आधार नहीं है एवं जबाब देहि के आभाव के कारन भारत तबाही कि और बढ़ रहा है !किसी भी मान्यता प्राप्त राजनैतिक दल के पास प्रधानमंत्री लायक व्यक्ति नहीं है !
3 न्यापालिका कि अराजकता भारत में न्याय करने कि शपथ किसी भी न्याधीश को नहीं दिलाई गई सर्वोचय न्यायलय के पास प्रसासनिक पॉवर नहीं है और हाईकोर्टो के पास न्याययिक पॉवर नहीं है करीव 40 करोड़ लोग इस अराजकता का शिकार है
4 धर्म कि अराजकता पूरे देश में बिभिन्न धर्मो को मानाने बाले धर्म का व्यापार चला रहे है और करोडो लोगो का जीवन बर्बाद कर रहे है इनके ऊपर कोई नियंतरण नहीं है !
5 विदेशी रास्ट्रो कि अराजकता भारत सिर्फ एक ग्राहक मात्र बनकर रह गया है !
यदि आप पिछले 65 वर्षो कि व्यबस्था से संतुस्ट न हो और अंगले 65 वर्षो के लिए नई व्यबस्था चाहते है तो एक मालिक कि तरह ऐसे 540 कर्मचारी सासद के रूप में चुने जो ब्रिटिश सरकार के चकर्व्यूह को तोड़ सके हम तैयार है यदि आप भी तैयार है तो संपर्क करे 09425173019 /08827473929