देश के नवजवानो आप उसे अपना प्रधान मंत्री चुने जो ब्रिटिश गवर्नमेंट के चकर्व्यूह को तोड़ सके 15 अगस्त 1947 के पूर्व एक मात्र लक्छ था भारत कि आज़ादी आज़ादी के बाद उसका लक्छ था सभी बिधि नियम एवं कानून जो भारत के विकाश में बाधक थे उनको बदल कर नए कानूनो कि रचना करना जो भारतीय नागरिको के बिकाश एवं उन्नति में सहायक हो 65 वर्ष बीत गए परन्तु ऐसा कोई व्यक्ति शासकीय सेवक या लोक सेवक के रूप में भारत में नहीं आया जो यह कार्य कर सके भारत में फिर से जनता को अंगले 5 वर्षो के लिए अपने जनप्रतिनिधि रूपी कर्मचारी चुनने है ऐसे कर्मचारी ही चुने जो न्याय के सिद्धांत पर न्याय पालिका का गठन कर देश में लंवित 4 करोड़ से अधिक मुकदमो को निपटा सके तथा विधायिका कार्य पालिका न्याय पालिका में कार्यरत लोक सेवक एवं शासकीय सेवको कि जबाब देहि तै करा सके
मेरा मानना है कि बिदेशो से प्रधान मंत्री और उसके सहयोगी वित्त मंत्री तथा गृह कानून एवं बिदेश मंत्री अन्तर्रास्ट्रीय बाज़ार से आयत करलेना चाहिए क्यू कि किसी भी राजनितिक पार्टी के पास इस योग्य कोई व्यक्ति नहीं है
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