अपनी सपथ को पूरी न कर देश की गाड़ी बैक गेयर में चलते हुए भारत के नागरिको को सशक्त शक्तिशाली संपन्न राष्ट्र बनाने का लोग सपना दिखा रहे है ! जबकि रुपये का मूल्य गिर रहा है बिदेशी आयात बढ़ रहा है भारत की सीमा अशांत और जमीन काम हो रही है वेरोजगारी बढ़ रही है तथा पूरा भारत अराजकता आतंक बाद तथा भरस्टाचार का शिकार होकर पूरी व्यबस्था चरमराकर ब्लोंड कैंसर का शिकार होकर बिदेशी गुलामी की और बढ़ रही है !
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