Monday, 15 April 2013

भारत के नवजवानों यदि भारत में प्रजातंत्र चाहिए तो निर्णय की बजाय न्याय के सिद्धन्त पर न्यापालिका का गठन करे भारत में चार करोड़ से अधिक मुकदमे लंबित है जिसके कारन चालीश करोड़ से अधिक लोग पीड़ित एवं तबाह हो रहे है भारत में न्याय मागने की सजा पचास बर्ष या उससे अधिक भी हो सकती है पर अपराध करने की सजा अधिक तम अजन्म करा बॉस या चौदा बर्ष ,हिन्दक्रान्ति पार्टी चाहती है कि तीन से छ्य माह दायरा अदालतों एवं साठ दिन में अपील का निर्णय तथा उच्य न्यालय एवं सर्बोचय न्यालय में साठ साठ दिन में प्रकरणों का निपटारा हो देश के नवजवानों को एस महान कराय के लिए हम आमंत्रतित करते है !

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