अराजकता आतंकबाद भ्रस्टाचार तथा लीगई सपथ के साथ बेईमानी कर मुख्य मंत्रियो ने चुनाव जीते अब लोकसभा को जीतने के लिए भी एक हिंदुस्तान को कमजोर करने तथा दूसरे राज्य़ों के नागरिको का दमन कर चुनाव जीतने का पूरा प्रयाश करेगे आज़ादी के लिए लड़ने बालो ने भारत के विकास सम्मान तथा मालिक के अधिकार दिलाने का प्रयास तो किया लेकिन 1947 के बाद भारत में व्यापत विधायिका कार्यपालिका न्यायपालिका धर्म तथा सीमा पार का आतंक बाद आज तक कोई नहीं तोड़ पाया ! विधायिका कार्यपालिका न्यायपालिका में बैठा हुआ हर व्यक्ति वेतन भोगी कर्मचारी है जिसे हम लोकसेवक या शासकीय सेवक के रूप में जानते है लेकिन कोई भी व्यक्ति अपनी जबाब देहि लेने को तैयार नहीं !भारत के नव जवान जबतक अपनी जबाबदेही नहीं लेगे तब तक भारत कभी भी शसक्त शक्तिशाली संपन्न रास्ट्र नहीं बन सकता किसी भी राजनैतिक पार्टी के पास ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जो ब्रिटिश गॉवर्मेन्ट के चक्र व्यूह को तोड़ सके !
Tuesday, 10 December 2013
Monday, 21 October 2013
Thursday, 5 September 2013
भारत निर्वाचन आयोग को मुख्य मंत्री प्रधान मंत्री एवं उनके सहयोगी मंत्रियो को किसी राजनैतिक पार्टी का प्रचार प्रशार करने पर रोक लगाना चाहिए क्यों की वो लोक सेवक की हैसियत से अपनी सेवाओ का वेतन भत्ता तथा पेंसन की पतात्रता रखते है तथा सब के साथ सामान रूप से न्याय करने की संबैधानिक सपथ लिये है इनके दौड़े एवं भ्रमण में शासकीय धन का उपयोग होता है
Monday, 8 July 2013
देश भर मे व्यबस्था परिवर्तन यात्रा दिनांक २ ५ जून १ ३ से शुरू है जो ६ ० दिनों तक लगा तार चलेगी यात्रा का उदेश स्वामित्य की रक्छा के कानून बनाये जाये तथा कब्जा की सुरक्छा के कानून समाप्त किये जाये.निर्णय के बजाय न्याय के सिद्धांत पर न्याय पालिका का संचालन होजाती .धर्म. सम्प्रदाय के बजाय योग्यता के आधार पर बिधायका .कार्य पालिका .तथा न्याय पालिका का संचालन हो।बिधायका .कार्य पालिका .तथा न्याय पालिका में बैठे हर व्यक्ति कि अपने कार्य के प्रति जबाब देहि तै हो .आप अगले ६ ६ बर्षो के लिए यदि ऐसी व्यबस्था चाहते है तो इस यात्रा में आपका स्वागत है !
Tuesday, 18 June 2013
Wednesday, 12 June 2013
Monday, 10 June 2013
Thursday, 6 June 2013
बाबा रामदेव द्वारा नरेन्द्र मोदी या भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों में फैलाये जा रहे भ्रस्टाचार अब्याबस्था काला धन पर कोई बिरोध नहीं उनका बिरोध सिर्फ कांग्रेश शासित राज्यों और केन्द सरकार से है
मध्यप्रदेश के मुख्य मंत्री द्वारा जाति धर्म संप्रदाय के आधार पर अबैध कृत करनेबालो को सुरक्छा प्रदान कर बिधान सभा चुनाव जीतने की रण नीति क्या पीड़ित व्यक्यतियो को नक्सलाइट बनने के लिए मजबूर नहीं कर रही है
Monday, 3 June 2013
Friday, 31 May 2013
Thursday, 30 May 2013
Tuesday, 28 May 2013
भारतीय संसद एवं राज्य बिधान सभाओ तथा भारयीय नव जवानों से सीधा सवाल
15 अगस्त 1947 के पूर्व के बने सभी बिधि नियम एवं कानूनों की समीक्छा आज तक क्यू नहीं ...?
क्या जो कानून 1947 के पूर्व गलत थे आज़ादी के बाद सही कैसे हो गए ...?
भारतीय संबिधान की मनसा के बिपरीत जाती ,धर्म ,लिंग,संप्रदाय,के आधार पर रिजर्वेशन क्यू ......?
1870 कोर्ट फीस एक्ट के आधार पर सम्पूर्ण भारत में न्याय का व्यापार क्यू ....?
भारतीय सर्वोच्य न्ययालय को प्रसासनिक आधिकार और उच्य न्ययालयो को न्ययायिक अधिकार क्यू नहीं ...?
Thursday, 23 May 2013
Tuesday, 21 May 2013
Sunday, 19 May 2013
Wednesday, 15 May 2013
Monday, 13 May 2013
Saturday, 11 May 2013
Thursday, 18 April 2013
Wednesday, 17 April 2013
Monday, 15 April 2013
भारत के नवजवानों यदि भारत में प्रजातंत्र चाहिए तो निर्णय की बजाय न्याय के सिद्धन्त पर न्यापालिका का गठन करे भारत में चार करोड़ से अधिक मुकदमे लंबित है जिसके कारन चालीश करोड़ से अधिक लोग पीड़ित एवं तबाह हो रहे है भारत में न्याय मागने की सजा पचास बर्ष या उससे अधिक भी हो सकती है पर अपराध करने की सजा अधिक तम अजन्म करा बॉस या चौदा बर्ष ,हिन्दक्रान्ति पार्टी चाहती है कि तीन से छ्य माह दायरा अदालतों एवं साठ दिन में अपील का निर्णय तथा उच्य न्यालय एवं सर्बोचय न्यालय में साठ साठ दिन में प्रकरणों का निपटारा हो देश के नवजवानों को एस महान कराय के लिए हम आमंत्रतित करते है !
Sunday, 14 April 2013
Monday, 1 April 2013
अंग्रेजो की बनाई पूरी ब्यवस्था को बदलने के लिए देश के नव जवानों का खुला आह्वान भारत के नव जवानों दया, कृपा, मर्ज़ी ,प्रलाप की भाषा का परित्याग कर भारत को आज़ाद कराने के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने बालो की भावना का सम्मान करने की अब तो आदत डालो एवं मालिको की भाति जीने की आदत आप को कब तक आएगी आप कब ये समझो गे की बिधाइका ,कार्य पालिका ,न्यायपालिका में बैठा हुआ व्यक्ति आप का शासकीय सेवक या लोक सेवक है ! एक सेवक की तरह उसकी जबाब देहि तै होनी चाहिए यह बात देश के नव जवानों को कब समझ आएगी ................?
Thursday, 28 March 2013
- हिन्दुस्तान के नवजवानों अंगले ५ बर्षो के लिए जन प्रतिनिधि के रूप में लोकसेवक एवं शासकीय सेवक के रुपमे उन्ही को चुने जो ब्रिटिश सरकार के द्वारा भारत में फैलाये गए चक्र व्यहू जिसमे भारत की बिधाइका कार्यपालिका तथा न्यापालिका फसी हुई है और भारत के प्रगति में सब से बड़ी बाधक है इसी लिए भारत में एक दूसरी क्रांति की जरुरत है
Wednesday, 20 March 2013
Tuesday, 19 March 2013
Thursday, 7 March 2013
Sunday, 3 March 2013
Friday, 22 February 2013
Sunday, 17 February 2013
भारत के नव जवानों सदियों से गुलामी झेलने के बाद भी दया,कृपा,मर्जी,की भाषा बोलना कब बंद करोगे और मालिको की भाति जीना कब सुरु करोगे ,तुम्हारे लिए भारत के क्रांति करियो ने अपना बलिदान दिया और आप अपनेलिए सही लोक सेवक एवं शासकीय सेवक नहीं चुन पारहे हो और सेवको के स्वागत में ही अपना समय नस्ट कर रहे हो सोचो पिछले 65 साल की व्यबस्था अगले 65 साल के लिए क्या तुम्हे मंजूर है ?
Friday, 25 January 2013
Tuesday, 22 January 2013
भारतीय नव जवानों देश की पूरी न्याय प्रक्रिया को बदलो क्यों की अपराधी का अपराध न्यायालयों की फाइलों में पड़ा रहता है और अपराधी अपराध करने के लिए जमानत पर छुट कर खुलेयाम घुमाता रहता है और जब अपराध की सजा होती है तब तक बह कई और नए अपराध करडालता है ब्रद्धा अबस्था में चाहे जेल में रहो चाहे अस्पाताल में और चाहे अपने घर में क्यू की तब तक शिथिल हो कर बह स्वयं मौत चाहने लगता है !
Sunday, 20 January 2013
भारतीय संसद एवं राज्य बिधान सभाओ तथा भारयीय नव जवानों से सीधा सवाल
15 अगस्त 1947 के पूर्व के बने सभी बिधि नियम एवं कानूनों की समीक्छा आज तक क्यू नहीं ...?
क्या जो कानून 1947 के पूर्व गलत थे आज़ादी के बाद सही कैसे हो गए ...?
भारतीय संबिधान की मनसा के बिपरीत जाती ,धर्म ,लिंग,संप्रदाय,के आधार पर रिजर्वेशन क्यू ......?
1870 कोर्ट फीस एक्ट के आधार पर सम्पूर्ण भारत में न्याय का व्यापार क्यू ....?
भारतीय सर्वोच्य न्ययालय को प्रसासनिक आधिकार और उच्य न्ययालयो को न्ययायिक अधिकार क्यू नहीं ...?
15 अगस्त 1947 के पूर्व के बने सभी बिधि नियम एवं कानूनों की समीक्छा आज तक क्यू नहीं ...?
क्या जो कानून 1947 के पूर्व गलत थे आज़ादी के बाद सही कैसे हो गए ...?
भारतीय संबिधान की मनसा के बिपरीत जाती ,धर्म ,लिंग,संप्रदाय,के आधार पर रिजर्वेशन क्यू ......?
1870 कोर्ट फीस एक्ट के आधार पर सम्पूर्ण भारत में न्याय का व्यापार क्यू ....?
भारतीय सर्वोच्य न्ययालय को प्रसासनिक आधिकार और उच्य न्ययालयो को न्ययायिक अधिकार क्यू नहीं ...?
Saturday, 12 January 2013
माननीय सर्वोच्य न्यायलय से मेरा नम्र निवेदन है की भारतीय संबिधान के अनुच्छेद 141,144,145,की शक्तियों का प्रयोग करते हुए भारतीय न्यायालयों की निर्णय करने की प्रक्रिया में यदि सुधार करदिया जाये तो सारी समस्योंओ का हल निकल सकता है क्यू की भारत में अपराध करने की सजा अजन्म काराबास या 14 बर्ष है और न्याय मागने की सजा 1 बर्ष से 45 बर्ष या उससे भी अधिक है ,मैंने माननीय सर्वोच्य न्यालय को 12,12,11 को ज्ञापन सौपा था उसकी कापिया देखने के लिए मेरी फेसबुक का अबलोकन करे और सहयोग प्रदान करे !
Thursday, 10 January 2013
भारतियों तुम्हारी आत्मा कब जागेगी बम्बई में हमला संसद में हमला सिर काट कर लेजाने बलोको अमेरिका की तरह अफगानिस्तान ईराक एवं पाकिस्तान के आतंक बादियो को जवाब देना कब तक सीखोगे !
भारत में भारत के नागरिको की बजाय सामान्य पिछड़े हरिजन आदिबासी तथा अल्पसंख्यक रहते है इसी लिए इस देश में बार बार बिदेशी हमले होते है !
भारत में भारत के नागरिको की बजाय सामान्य पिछड़े हरिजन आदिबासी तथा अल्पसंख्यक रहते है इसी लिए इस देश में बार बार बिदेशी हमले होते है !
Wednesday, 9 January 2013
Tuesday, 8 January 2013
अंग्रेजो द्वारा बनाई गई पूरी व्यबस्था को बदलने के लिए भारतीय नव जवान जागो
सम्पूर्ण भारत में 40 करोड़ से अधिक नागरिक नयायलयो द्वारा गलत एवं देरीसे दिए गए निर्णय का शिकार है ! माननीय सर्वोच्य न्यायालय को भारतीय संबिधान के अनुच्छेद 141,144,145,के तहत देश के न्यायालयो द्वारा निर्णय करने की प्रक्रिया में सुधार करने का आधिकार प्राप्त है !अस्तु सम्पूर्ण भारत के नागरिको से अनुरोध है की न्यायाधिसो एवं वकीलों की जबाबदेही तै करने ,न्यायालयो के निर्णय करने की समय सीमा निर्धारित करने,दूसरो को तंग करने के लिए आदालतो में धोखा धडी करने बालो के खिलाफ कठोर दंड निर्धारित करने के लिए पोस्ट कार्ड में माननीय सर्वोच्य न्यायालय को एक एक निवेदन पत्र भेजे ......क्रमश .....हिन्द क्रांति पार्टी
Sunday, 6 January 2013
भारत के नव जवान जागो
भारत की सम्पूर्ण न्याय प्रक्रिया को बदल कर निर्णय के बजाय न्याय के सिधान्त पर संचालित करने के लिए भारत के नव जवान जागो ! भारत में 40 करोड़ से अधिक लोग भारत कीन्याय पालिका की अराजकता के सिकार है! भारतमे अन्याय सहना न्याय मागने से सस्ता है भारत में अन्याय या अपराध करने की सजा अजन्म काराबास या 14बरस है परन्तु न्याय मागने की सजा 1 बरस से 50 बरस या उससे भी अधिक हो सकती है ! क्यो की भारत के न्यायालय भारत सरकार के ब्यापारिक केंद्र है जिनका प्रमुख कार्य सरकार के लिए धन कमाना है !1870 कोर्ट फीस एक्ट में न्यालय से सहायता प्राप्त करने के लिए कीमतों का निर्धारण किया गया है जिसको समय समय पर बढाया जाता है
माननीय सर्वोच्य न्यायालय न्याय करने की प्रक्रिया को बदलने के लिए भारतीय संबिधान के अनुछेद 141,144.145,में शक्तिया दी गई है जरुरत है भारत के नव जवानों के जगाने की ......क्रमासः .........
भारत की सम्पूर्ण न्याय प्रक्रिया को बदल कर निर्णय के बजाय न्याय के सिधान्त पर संचालित करने के लिए भारत के नव जवान जागो ! भारत में 40 करोड़ से अधिक लोग भारत कीन्याय पालिका की अराजकता के सिकार है! भारतमे अन्याय सहना न्याय मागने से सस्ता है भारत में अन्याय या अपराध करने की सजा अजन्म काराबास या 14बरस है परन्तु न्याय मागने की सजा 1 बरस से 50 बरस या उससे भी अधिक हो सकती है ! क्यो की भारत के न्यायालय भारत सरकार के ब्यापारिक केंद्र है जिनका प्रमुख कार्य सरकार के लिए धन कमाना है !1870 कोर्ट फीस एक्ट में न्यालय से सहायता प्राप्त करने के लिए कीमतों का निर्धारण किया गया है जिसको समय समय पर बढाया जाता है
माननीय सर्वोच्य न्यायालय न्याय करने की प्रक्रिया को बदलने के लिए भारतीय संबिधान के अनुछेद 141,144.145,में शक्तिया दी गई है जरुरत है भारत के नव जवानों के जगाने की ......क्रमासः .........
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