Tuesday, 16 December 2014





भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को प्रशन के उत्तर देने में क्यों भय लगता है… ?
राष्ट्र हितमे पूरी संसद एवं देश की जनता के सामने मेरे प्रशनो का उत्तर देना चाहिए मैंने पूरी संसद के सदस्यों के सम्मान में 3 हजार रुपये चाय पिलाने के लिए भी भेजे थे मेरे निम्न प्रशन थे !
१ उनकी सरकार नागरिको के सम्पत्ति के स्वामित्त् के दस्तावेजो को रखने बालो की सुरक्छा करेगी या जबरन दूसरे की सम्पत्ति में कब्जा करने बालो की (टाइटल ऑफ़ पजेसन )
२ देश की न्यायपालिका को निर्णय के सिद्धांत पर चलाना  चाहते है या न्याय के सिद्धांत पर (जस्टिस आर जजमेंट )
३ विधाईका  कार्यपालिका तथा न्यायपालिका में कार्यरत लोकसेवक एवं शासकीय सेवको की जबाब देहि तै करना चाहते है या नहीं
४ विधाईका  कार्यपालिका तथा न्यायपालिका जाति  धर्म या संप्रदाय के आधार पर चलाना  चाहते है या योग्यता के आधार पर
५ न्यायपालिका के न्यायिक अधिकार कर्यपालिका को देना जारी रखना चाहते है या दिए गए अधिकार वापस लेना चाहते है
६ देश की मालिक जनता या जिस राजनैतिक दल के प्रतिनिधि  के रूप में कोई व्यक्ति चुना जाता है उसे बापस बुलाने का अधिकार उस दल या जनता को देना चाहते है या नहीं
सम्पूर्ण भारत की जनता देश के नवजवानों से मेरा अनुरोध है की इन प्रशनो का जवाब पाने के लिए अपने email  या मैसेज कर श्री नरेंद्र मोदी जी से उत्तर माँगे
भारत को सशक्त शक्तिशाली सम्पन्न  राष्ट्र एवं अराजकता आतंक तथा भ्रस्टाचार मुक्त भारत का रास्ता इन्ही प्रशनो में छुपा है !

No comments:

Post a Comment