Tuesday, 18 September 2012

भारत के नव जवानों प्रलाप नहीं  प्रयाश का रास्ता चुनो
दुशारो को बेईमान भ्रष्ट  कहने की बजाय भारतीय संसद एवं राज्य बिधान सभाओ में खुद प्रबेश कर खुद को इमानदार सवित करना चाहिए
भारत के प्रधान मंत्री,राज्यों के मुख्यमंत्री  तथा उनके सहयोगी मंत्री ,संसद एवं बिधायक सभी लोक सेवक है
फिर उनका पुष्प माला से स्वागत क्यू .?
पहले जनता नेताओ को लूटती है फिर नेता जनता को लूटते है, यह तो परस पर व्यहार है 

No comments:

Post a Comment