Friday, 28 September 2012

भारत में अन्याय सहना न्याय मागने से सस्ता है
भारत की व्यबस्था जाति,धर्म,संप्रदाय,पर आधारित है !योग्यता का कोई आधार नहीं 
भारत में न्याय पालिका के अधिकार छीन कर कार्यपालिका को देने से -अपराधी ही न्यायाधीश  बनते जारहे  है 
भारत के सर्वोच्चय न्यायालय को प्रशासकीय अधिकार एवं उच्य न्यायालयो को न्यायिक अधिकार दिया जाना जरुरी है 

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