भारत के नवजवानों आप मालिक बनने की आदत डालो और याद रक्खो जिन्हें आप जनप्रतिनिधि के रूप में चुन ते है वे आप के द्वारा चुनेगाये लोक सेवक कहलाते है और अपने श्रम के बदले बेतन भत्ते एवं अन्य सुबिधाये प्राप्त करते है और वो तभी तक आप के कर्मचारी है जबतक आप उनको उनके कार्य का बेतन देते है !
उन्हों ने सपथ ली है.........
मालिक होने की हैसियत से प्रधान मंत्री एवं उसके सभी सहयोगी मंत्री आप के कर्म चारी है और ईमानदारी से काम तभी तक करेगे जब तक आप उनका फूल मालाओ से स्वागत नहीं करेगे यदि आप भ्रष्ट्रा चार समाप्त करना चाहते है तो अपने आप को मालिक की तरह आचरण करना पडेगा तभी आप के कर्मचारी भ्रष्ट्र नहीं होगे ये काम 121 करोड़ लोगोको करना चाहिए !
उन्हों ने सपथ ली है.........
मालिक होने की हैसियत से प्रधान मंत्री एवं उसके सभी सहयोगी मंत्री आप के कर्म चारी है और ईमानदारी से काम तभी तक करेगे जब तक आप उनका फूल मालाओ से स्वागत नहीं करेगे यदि आप भ्रष्ट्रा चार समाप्त करना चाहते है तो अपने आप को मालिक की तरह आचरण करना पडेगा तभी आप के कर्मचारी भ्रष्ट्र नहीं होगे ये काम 121 करोड़ लोगोको करना चाहिए !
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